घर के वास्तुदोष को दूर करने के उपाय लगभग हर घर में वास्तु दोष का प्रभाव रहता है। कहीं ज्यादा और कहीं कम। अपने जीवन की जमा पूंजी को खर्च करके भवन का निर्माण करवाया जाता है और यदि उसमें वास्तु दोष का प्रभाव दिखलाई पड़ने लगे तो क्या हम उस भवन को तोड़कर फिर से निर्माण करवायें। शायद ऐसा सम्भव नहीं है। जानिये घर में वास्तु दोष के लक्षण घबराइये मत आइये हम आपको बताते है बिना तोड़-फोड़ किये वास्तु दोष को दूर करने के उपाय.. * यदि घर की खिड़की से पड़ोसी के घर का बगीचा, धोबीघाट, वाशिंग मशीन में कपड़े सूखते हुए दिखाई दें।यदि यह दूरी खिड़की से 30 मी0 से 100मी0 के भीतर हो तथा स्त्रियों के अन्तःवस्त्र सूखते हुए दिखाई दें, तो यह स्थिति अशुभ मानी जाती है। ऐसे घर में गृहस्वामी की आर्थिक स्थिति हमेशा कमजोर बनी रहती है तथा परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम न के बराबर ही रहता है। उपाय - खिड़की के दोनों ओर पर्दे लगाने से शुभ फल मिलने लगता है। * यदि मकान की मुख्य खिड़की या दरवाजे के सामने सेटेलाइट अथवा डिश का एन्टिना लगा हो तो, इस घर में बच्चों की पढ़ाई में अक्सर बाधायें आती रहती है। बच्चों का स्वास्थ्य भी उत्तम नहीं रहता है। घर की महिलायें चिड़चिड़े स्वभाव की हो जाती है। उपाय- मुख्य दरवाजे पर जाली या परदे लगायें। खिड़की के बाहरी हिस्से पर गमलों में पौधे लगाना भी लाभकारी रहता है। * मकान के पीछे यदि राजमार्ग, रोड हो तो, समझे कि कोई आप पर पीछे से वार कर रहा है। यह स्थिति भी वास्तु के अनुसार शुभ नहीं होती है। इस घर में रहने वाले व्यक्तियों के साथ अधिकतर अपने लोग ही विश्वासघात या धोखा करते है। घर के मुखिया के लोग बुराई भी करते-रहते है एंव घर की उन्नति तथा तरक्की के मार्ग में अवरोध उत्पन्न होते है। उपाय-मकान की पिछली दीवार पर अष्टकोणीय दर्पण लगायें तथा पीछे वाली दीवार को अधिक ऊंचा करने से शुभफल मिलने लगता है।
दक्षिण नैॠत्य द्वार - घर की स्त्री को हानि
उत्तर- ईशान का द्वार - पूर्ण सुख व उन्नति का आधार
पश्चिम का द्वार - सुख व कुशलता का द्वार
पूर्व का द्वार -शुभता की मुख्य भेंट
उत्तर में द्वार बनायो - सुख को भी मार्ग दिखाओ
पूर्व की ऊँची दीवार - स्वास्थ्य सदा रहे खराब
पश्चिम में टेडी दीवार - अनिष्ट की लगे कतार
ईशान कमरे का पूर्वद्वार - सुख सम्पति अपार
ईशान कमरे का उत्तर द्वार - बरसे धन बारम्बार अपार
पूर्व पश्चिम सीढ़ी हो - जग में राजा समान जियो
पूर्व को अलमारी होना - अपनी सारी सम्पति खोना.
दक्षिण में रखी अलमारी - दौलत आने की बारी
पश्चिम में हो जब आँगन - पूर्व में भी अवश्य हो आँगन
दक्षिण की ऊँची दीवार - घर में सुख रहे अपार
पश्चिम का नाला - सुख सम्पति हरने वाला
पूर्व का स्नानघर - सुख सम्पति भरे अपार
बच्चे जब उत्तर में सोयें -आशाओं के दीप जलाएं
दम्पति ईशान में सोयें -विकलांग बच्चा अवश्य पायें
उत्तर सर कर नहीं सोना -स्वास्थ्य नहीं है खोना
सेप्टिक टैंक दक्षिण में -जीवन हो संकट में
घर के ईशान में अलमारी -दरिद्र से भर लो घर भारी
दक्षिण का उच्च चबूतरा -दौलत से आये हजारों जेवर
पूर्व का उच्च चबूतरा -पुरुष हमेशा खाए फटकार
मुख्यद्वार पर माँ दुर्गा विराजे -घर को उपरी हवा सदा त्यागे
दम्पति ईशान में सोना - विकलांग संतान होना
उत्तर सर करके नही सोना - स्वास्थ्य नहीं है खोना .
पश्चिम में सेप्टिंक टैंक होना-घर में रोगों का होना
पश्चिम में तुलसी लगाओ -महिला का स्वास्थ्य बनाओ
बाथरूम में खुला नमक रखो -बीमारी को दूर भगाओ
सीडी मुड़े बाएँ से दायें -भाग्य भी चढ़े आसानी से
मुख्य द्वार के सामने हो कोई कोना -घर में सुख न होना